सुन्दरता के उपाय, सौंदर्य के लिए त्रिशूल लॉकेट पहनें
सुन्दरता के उपाय (Sundarta Ke Upay): अनेक प्राचीन ग्रंथों में सौंदर्य के विभिन्न उपाय बताए गए हैं, जिन्हें आप घर में प्रयोग कर सकती हैं। आप भी इनके द्वारा अपने सौंदर्य में वृद्धि कर सकती है। सौंदर्य बढ़ाने के लिए आप विभिन्न प्रसाधनों का इस्तेमाल तो करती ही होंगी। लेकिन तंत्र शास्त्रों में बताए गए उपायों से भी अपने सौंदर्य में वृद्धि कर सकती हैं। कुछ इस तरह –
सुन्दरता के उपाय (Sundarta Ke Upay)
सुंदर दिखने के उपाय
- सोमवार के दिन त्रिशूल के आकार का लॉकेट गले में धारण करने से सौंदर्य बढ़ता है। या काले घोड़े की नाल का छल्ला बनवाकर कृष्ण पक्ष में शनिवार के दिन अनामिका उंगली में पहनने से भी चेहरे तथा शरीर का सौंदर्य बढ़ जाता है।
- तिल के तेल में घोड़े की लीद का भस्म मिलाकर सिर पर लगाने से बाल घने और काले हो जाते हैं।
- स्वाति नक्षत्र में मोगरा की जड़ को भैंस के दूध में घिसकर सेवन करने से स्त्रियों के चेहरे का रंग साफ होता है।
- श्रवण नक्षत्र में आंवले की जड़ को पीसकर पीने से यौवन बना रहता है या विशाखा नक्षत्र में महुए का बांदा प्राप्त करके सदैव अपने पास रखें। शारीरिक सौंदर्य और स्वास्थ्य में वृद्धि होगी।
- शतभिषा नक्षत्र में सुपारी के वृक्ष पर उत्पन्न बांदे को सिद्ध करके गाय के दूध के साथ सेवन करें। इससे स्त्री की सुंदरता बनी रहती है।
- पुनर्वसु नक्षत्र के दिन मेहंदी की जड़ और चंदन लाकर अपने पास रखने से शरीर की दुर्गंध दूर होती है।
- रविवार की रात में मारू बैंगन, काले तिल, साबुत काली उड़द और काला कपड़ा अपने सिरहाने रखकर सो जाएं। सोमवार की सुबह उन्हें किसी नदी में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से चेहरे के मस्से दूर होते हैं।
- तिल के पुष्प और गोखरू को गाय के दूध में मिलाकर सात दिन सिर पर लगाने से बाल घने और काले हो जाते हैं।
मिश्रण प्रयोग
- गुंजा के चूर्ण को शहद में मिलाकर सिर पर लगाने से गंजापन दूर होकर बाल निकलने लगते हैं।
- बच, सांभर और धनिया का समभाग पीसकर मुख पर मलने से कील-मुंहासे तथा फुंसियां शीघ्र नष्ट होती है।
- सेमल के वृक्ष की छाल और भटकटैया को गाय के कच्चे दूधे में पीसकर चेहरे पर लगाने से मुंहासे दूर होते हैं।
- सफेद तिल, काला जीरा और सरसों, इन सबको समान मात्रा में लेकर गाय के कच्चे दूध में पीसकर सात दिनों तक चेहरे पर लगाने से झाइयां तथा दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं।
- बेर की गुठली की गिरी, कनेर और नागकेसर का गूदा इन तीनों का समभाग पीसकर स्तन पर मलने से स्तनों में स्थूलता और कठोरता आ जाती है।
- अनार की लुगदी को सरसों के तेल में पकाकर मालिश करने से स्तन कठोर और पुष्ट हो जाते हैं।
- गेरू, पुनर्नवा, मुलहठी, चौलाई, साधारण हल्दी तथा दारफ हल्दी इन सबका समभाग लेकर केले के रस में पीसकर चेहरे पर सात दिनों तक मलें। झाइयां तथा दाग-धब्बे दूर हो जाएंगे। कोई भी कार्य अपने विवेक से करें। इस तरह प्राचीन ग्रंथों में बताए गए विभिन्न उपायों को अपनाकर आप भी सौंदर्य पा सकती हैं। किसी भी उपाय को करने से पहले किसी विशेषज्ञ से अवश्य सलाह लें।
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अस्वीकरण – लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। Mandnam इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले, कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।