तुलसी की माला के लाभ, एकाग्रता चाहिए तो पहनें तुलसी माला

तुलसी की माला के लाभ (Tulsi Ki Mala Ke Labh): वैसे तो तुलसी की माला विष्णु, राम और कृष्ण से संबंधित जपों की सिद्धि के लिए उपयोग में लाई जाती है। लेकिन आयुर्वेद में तुलसी के पौधे को चमत्कारी पौधा माना गया है। इससे बनी हुई माला पहनने से व्यक्ति की पाचन शक्ति, तेज बुखार, दिमाग की बीमारियां एवं वायु संबंधित अनेक रोगों में लाभ होता है –

(Tulsi Ki Mala Ke Labh) तुलसी की माला के लाभ

तुलसी की माला के लाभ
तुलसी को वैष्णव धर्म का प्रतीक माना गया है। कहते हैं कि तुलसी की माला से जाप करने पर श्री विष्णु भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। वेदों में भी इसे औषधीय गुणों वाला पौधा बताया गया है। 

मान्यता है कि तुलसी माला धारण करने से होंठ व जीभ मिलाकर उपाशु जप करने वाले साधकों के कंठ पर अधिक दबाव पड़ता है। इससे गला संबंधित रोग होने की संभावना कम रहती है। वहीं तुलसी की माला गले और गर्दन पर दबाव बना कर एक्यूप्रेशर का काम करती है। 

माला जपने से लाभ

तुलसी के बीज, पत्ते, लकडियां तीनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। ये प्रदूषित वातावरण को शुद्ध करने का भी काम करते हैं। तुलसी की माला से जाप करने पर जातक का मन भटकने के बजाय एकाग्रचित्त होता है और उसे ध्यान करने में सुविधा होती है। इससे जातक वर्ष भर रोगों से भी सुरक्षित रहता है।

माला फेरने से उंगली और अंगूठे के अग्रभाग पर दबाव पड़ता है और यही दबाव मन को एकाग्र करने में हमारी मदद करता है । एकाग्रता से हमारे अंदर आध्यात्मिक विचार उत्पन्न होते हैं। इससे न तो हमें क्रोध आता है और न ही हमारा मन वासना की ओर आकर्षित हो पाता है। शरीर में चुस्ती-फुर्ती पैदा होती है और चेहरा कांतिमय बन जाता है। इस तरह तुलसी का आध्यात्मिक महत्व तो हैं ही है साथ में इसका औषधीय महत्व भी है।

सौभाग्य के प्रतीक नौ अंक

यह अंक शक्ति, साहस और भाग्य का भी द्योतक है। ऋषियों ने माला जपने के लिए 108 मनकों की माला बनाई। 27 नक्षत्रों की गति को भी चार-चार प्रहर के हिसाब से देखा जाए, तो काल गणना 108 हो जाती है। इस प्रकार 108 अंक का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व है।

108 मनके ही क्यों?

हिंदू धर्म में 108 की संख्या को बहुत पवित्र और गूढ़ माना गया है। इसका मुख्य कारण है, इसका नौ का मूलांक। यूं तो एक से नौ तक के सारे अंक महत्वपूर्ण होते हैं, मगर अंक नौ की खास विशेषताएं हैं। नौ का अंक ही ऐसा अंक है, जिसे किसी भी अंक से गुणा करने पर उसका मूलांक नौ ही प्राप्त होता है। जैसे- 9 * 2 = 18 यानी 1 + 8 = 9, 9 * 9 = 81 , यानी 8 + 1 = 9  ।

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अस्वीकरण – इस लेख में दी गई जानकारियों पर Mandnam.com यह दावा नहीं करता कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले, कृपया संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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