पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाएं रखें किन बातों का ध्यान? जिससे पाएं स्वस्थ और सुन्दर संतान

पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाएं रखें किन बातों का ध्यान? हिन्दू धर्म में पितृ पक्ष को विशेष महत्व दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष की अवधि के दौरान कुछ बुरी आत्माएं भी पृथ्वी पर वास करती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर बेहद सावधान रहने की जरूरत होती है। उन्हें कुछ नियमों का पालन करना चाहिए ताकि वे और उनका अजन्मा बच्चा सुरक्षित रहे। आइए आपको बताते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं को किन नियमों का पालन करना चाहिए और किन गलतियों से बचना चाहिए।

पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाएं रखें किन बातों का ध्यान ?

पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाएं रखें किन बातों का ध्यान
pitrapaksh mein garbhvati mahila rakhe kin baaton ka dhyan

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पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान

ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी इस अवधि के दौरान नियमों का पालन करता है और सही तरीके से तर्पण और श्राद्ध करता है, उसके पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। कहा जाता है कि अगर गर्भवती महिलाएं पितृ पक्ष के नियमों का पालन करती हैं तो उन्हें गर्भ में पल रहे बच्चे और आने वाली कई पीढ़ियों को उनके पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

1. मांसाहारी भोजन के सेवन से बचें

पितृ पक्ष में शुद्ध शाकाहारी भोजन करना चाहिए। जो लोग तर्पण और श्राद्ध अनुष्ठान करने जा रहे हैं उन्हें भी लहसुन प्याज का त्याग कर देना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी इस दौरान मांस, मछली खाने से बचना चाहिए।

2. सुगंधित पदार्थ शरीर पर न लगाएं

आपको तेज महक वाले परफ्यूम लगाने से बचना चाहिए, खासकर रात के समय आपको इनका इस्तेमाल करने से सख़्ती से बचना चाहिए।

3. पितृ पक्ष में यात्रा से बचें 

जहां तक ​​संभव हो सके गर्भवती महिलाओं को पितृ पक्ष के दौरान यात्रा को टाल देना चाहिए। खासकर लंबी यात्राओं पर तो ना ही निकले। 

4. सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए 

गर्भवती महिलाओं को रात में सुनसान जगह पर अकेले जाने से बचना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इस समय नकारात्मक ऊर्जाएं सक्रिय रहती हैं। जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए उनके संपर्क में आना ठीक नहीं होगा। अगर आपको इस समय किसी जरूरी काम से बाहर जाना ही पड़े, तो लोहे की वस्तु साथ में रखकर किसी के साथ जाना चाहिए।

5. श्मशान घाट पर न जाएं

पितृ पक्ष में गर्भवती महिलाओं को श्मशान घाट नहीं जाना चाहिए। कहा जाता है कि यहां अच्छी आत्माओं के साथ-साथ बुरी आत्माएं भी रहती हैं। इन बुरी आत्माओं का साया जन्म लेने वाले बच्चे पर नहीं पड़ना चाहिए।

6. पितरों का सम्मान करें

पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों का अपमान नहीं करना चाहिए। आपको पूरे 15 दिनों तक उनकी सेवा करनी चाहिए और ब्राह्मणों, गरीबों और जानवरों को भी खाना खिलाना चाहिए।

7. जानवरों को मारे नहीं 

आपको गर्भावस्था के दौरान जानवरों की सेवा करनी चाहिए। यदि आप उनका अपमान करते हैं या उन्हें परेशान करते हैं, तो यह आपके पूर्वजों के साथ-साथ भगवान को भी नाराज कर सकता है। पितृ पक्ष के दौरान आपको किसी भी जानवर को नहीं मारना चाहिए। ऐसी गलती करने से आपको पितृ दोष लग सकता है।

8. गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें 

पितृ पक्ष में दान करने से शुभ फल मिलते हैं। आप अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों और ब्राह्मणों को दान कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको और अजन्मे बच्चे को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

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अस्वीकरण – इस लेख में दी गई जानकारियों पर Mandnam.com यह दावा नहीं करता कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले, कृपया संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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