श्राद्ध नहीं कर सकते तो करें ये 5 काम, पितरों के क्रोध से बच जाएंगे आप

श्राद्ध नहीं कर सकते तो करें ये 5 काम, पितरों के क्रोध से बच जाएंगे आप: वर्तमान समय में देखा जाए तो श्राद्ध कर्मों को विधिसम्मत ढंग से करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। धन के अभाव में श्राद्ध कर्म नहीं किया जा सकता। पुराणों के अनुसार ऐसी अवस्था में पितरों के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के कुछ सरल उपाय करने से भी पितरों की तृप्ति होती है। ये उपाय इस प्रकार हैं –

Shraddh Nahin Kar Sakte to Kare ye 5 Kaam

श्राद्ध नहीं कर सकते तो करें ये 5 काम
पुराणों के अनुसार ऐसी अवस्था में पितरों के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के कुछ सरल उपाय करने से भी पितरों की तृप्ति होती है।

श्राद्ध नहीं कर सकते तो करें ये 5 काम

  1. यदि श्राद्ध करने वाले व्यक्ति की साधारण आमदनी हो तो उसे पितरों के श्राद्ध में केवल एक ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए या ऐसी खाद्य सामग्री का दान करना चाहिए जिसमें आटा, फल, गुड़, चीनी, सब्जियां और दक्षिणा शामिल हो। 
  2. यदि कोई व्यक्ति गरीब है और चाहकर भी धन की कमी के कारण पितरों का श्राद्ध नहीं कर पाता है तो उसे किसी पवित्र नदी के जल में काले तिल डालकर तर्पण करना चाहिए।
  3. किसी विद्वान ब्राह्मण को मुट्ठी भर काले तिल दान करने से ही पितृ प्रसन्न होते हैं।
  4. यदि किसी व्यक्ति को उपरोक्त उपायों को करने में किसी कारण से कठिनाई हो रही हो तो उसे पितरों का स्मरण करके गाय को भोजन कराना चाहिए।
  5. यदि यह संभव न हो तो हाथ जोड़कर सूर्य देव से प्रार्थना करें कि श्राद्ध के लिए आवश्यक धन और साधनों की कमी के कारण मैं पितरों का श्राद्ध नहीं कर पा रहा हूं। इसलिए आप मेरे पितरों के पास मेरी भावनाओं और प्रेम से भरे हुए प्रणाम पहुँचाकर उन्हें तृप्त और संतुष्टि प्रदान करें। 

पितृ दोष से होने वाले नुकसान

  • जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष होता है, उनके पास हमेशा धन की कमी रहती है। साथ ही किसी न किसी रूप में धन की हानि भी होती है। पितृ दोष के कारण विवाह में समस्या आती है।
  • जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष होता है, उन्हें संतान प्राप्ति में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी बच्चे बिल्कुल भी पैदा नहीं होते हैं, और अगर बच्चे पैदा होते हैं, तो उनमें से कुछ लंबे समय तक नहीं रहते हैं।
  • पितृ दोष के कारण परिवार का एक सदस्य लगातार बीमार रहता है। यह रोग भी जल्दी ठीक नहीं होता है।
  • इस दोष के कारण बालिका के विवाह में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, या तो लड़की की शादी जल्दी नहीं हो पाती है या फिर उसे मनचाहा वर नहीं मिल पाता है।
  • परिवार में किसी न किसी कारण से कलह चल रही होती है। परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव होता है और मानसिक अशांति के कारण जीवन कठिन हो जाता है।

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