मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए? बुद्धि बल एवं पराक्रम का स्वामी है मूंगा
मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए (Moonga Ratna Kise Pehnana Chahiye): पत्थरों और रत्नों का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इनके महत्व का भारतीय ज्योतिष विज्ञान में ने भी मान्यता दी है। बातें करें 12 राशियों की, तो ज्योतिष शास्त्र में हर राशि के लिए अलग पत्थर एवं रत्न का उल्लेख है। आरंभ से ही हमारे यहां इनकी मदद से अपने ग्रह-नक्षत्रों को सुधारने की परंपरा रही है। यही नहीं इनका राशियों पर प्रभाव भी लिखित रूप में प्रस्तुत किया गया है। हम ग्रह-नक्षत्रों को अपने अनुकूल बनाने के लिए वैसा रत्न या पत्थर धारण करते रहे हैं। इसी कड़ी में आज पेश है मूंगा रत्न के फायदे और 12 राशियों पर पड़ने वाले मूंगा रत्न के प्रभाव की जानकारी –
मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए (Moonga Ratna Kise Pehnana Chahiye)
मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए?
मेष राशि में मंगल लग्न का स्वामी होता है। अतः मेष लग्न राशि के जातक को मूंगा आजीवन धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से आय वृद्धि, स्वास्थ्य में उन्नति, यशमान प्राप्त होगा और जातक सभी प्रकार से सुखी होगा।
वृष राशि में मंगल द्वादश और सप्तम का स्वामी होता है। अतः इसके जातक को मूंगा पहनने से बचना चाहिए।
मिथुन इस राशि में मंगल षष्ठ और एकादश का स्वामी होता है। यदि मंगल एकादश या षष्ठ में ही स्थित हो, तो मंगल की महादशा में मूंगा धारण किया जा सकता है। मिथुन लग्न राशि के जातक यदि मूंगे से दूर रहें, तो यह उनके लिए अच्छा रहेगा, क्योंकि राशि लग्नेश बुध परस्पर मित्र नहीं है।
कर्क राशि के लिए मंगल पंचम और दशम भाव का स्वामी होने के कारण एक योगकारक ग्रह है। इसको यदि सदा धारण किया जाए, तो संतान सुख, बुद्धिबल, भाग्य उन्नति, यशमान, प्रतिष्ठा, राज्य कृपा से सफलता प्राप्त होती है। यदि लग्नेश के रत्न मोती के साथ मूंगा धारण किया जाए, तो बहुत शुभ फल होता है। विशेषकर स्त्रियों के लिए मंगल की महादशा में मूंगा धारण करना अत्यंत लाभदायक साबित हो सकता है।
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सिंह राशि के चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी होने के कारण मंगल कारक ग्रह माना जाता है। यह रत्न धारण करने से मानसिक शांति, गृह तथा भूमि लाभ, धन लाभ, मातृ सुख, यशमान, प्रतिष्ठा और भाग्य उन्नति होती है। यदि इसे माणिक्य के साथ धारण किया जाए, तो विशेष फल प्रदान करता है।
कन्या कन्या राशि में मंगल तृतीय और अष्टम दो अशुभ भावों का स्वामी है। कन्या लग्न के जातक को मूंगा कभी धारण नहीं करना चाहिए।
तुला राशि में मंगल द्वितीय तथा सप्तम दो मारक स्थानों का स्वामी होता है। इस जातक को मूंगे की तरफ आकर्षित नहीं होना चाहिए। यदि मंगल द्वितीय भाव में स्वराशि में हो, तो मंगल की महादशा में, यदि उनकी मृत्यु का समय निकट न आ गया हो, तो मूंगा धारण करके धन लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
वृश्चिक राशि में मंगल लग्नेश है। अतः लग्न राशि के जातक के लिए मूंगा धारण करना लाभप्रद होगा।
धनु राशि में मंगल पंचम त्रिकोण तथा द्वादश का स्वामी है। एक त्रिकोण स्वामी होने के कारण मंगल इस लग्न राशि के लिए शुभ ग्रह माना गया है। इसे धारण करने से संतान, धन-यश व भाग्योदय होता है।
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मकर राशि में मंगल चतुर्थ और एकादश भावों का स्वामी है। मंगल की महादशा में मूंगा धारण करने से मातृ सुख, भूमि, गृह, वाहन सुख की प्राप्ति होती है।
कुंभ राशि के लिए मंगल तृतीय तथा दशम भाव का स्वामी है। यदि मंगल दशम भाव में स्वराशि में हो, तो मंगल महादशा में इसके धारण करने से राज्यकृपा से व्यवसाय में उन्नति होती है। इसके जातक को मूंगा कभी धारण नहीं करना चाहिए।
मीन राशि के लिए मंगल द्वितीय भाव और नवम त्रिकोण का स्वामी होने के कारण अत्यंत शुभ ग्रह माना गया है। अतः इस लग्न के जातक को मूंगा, मोती या पीले पुखराज के साथ धारण करना विशेष रूप से लाभप्रद होगा। यदि इस लग्न राशि के जातक मूंगा, मोती या पीले पुखराज के साथ धारण करेंगे, तो उन्हें सब प्रकार का सुख प्राप्त होगा।
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