किन ग्रहों के रत्न पहने? राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए

किन ग्रहों के रत्न पहने (Kin Grahon Ke Ratna Pahane): मांगलिक हो तो मूंगा पहन लें, गुस्सा आता हो तो मोती पहन लें। मगर बिना किसी विशेषज्ञ से पूछे रत्न धारण करना नुकसानदायक हो सकता है। कौन सा-रत्न कब पहना जाए इसके लिए कुंडली का अध्ययन करना जरूरी होता है।

किन ग्रहों के रत्न पहने (Kin Grahon Ke Ratna Pahane)

किन ग्रहों के रत्न पहने
Kin Grahon Ke Ratna Pahane

सामान्यतः रत्नों के बारे में लोगों में भ्रांति होती है जैसे विवाह न हो रहा हो तो पुखराज पहन लें, मांगलिक हो तो मूंगा पहन लें, गुस्सा आता हो तो मोती पहन लें। मगर कौन सा-रत्न कब पहना जाए इसके लिए कुंडली का अध्ययन करना जरूरी होता है।

रत्न कब और कैसे पहने?

मोती डिप्रेशन भी दे सकता है, मूंगा रक्तचाप गड़बड़ा सकता है और पुखराज अहंकार बढ़ा सकता है, पेट गड़बड़ कर सकता है। इसलिए कुंडली का अध्ययन करके ज्योतिषी रत्न धारण करने की सलाह देते हैं। लग्न कुंडली के अनुसार कारक ग्रहों के (लग्न, नवम, पंचम) रत्न पहने जा सकते हैं जो ग्रह शुभ भावों के स्वामी होकर पाप प्रभाव में हो, अस्त हो या शत्रु क्षेत्री हो। 

उन्हें प्रबल बनाने के लिए ही उनके रत्न पहना जाता है। रत्न पहनने के लिए दशा-महादशाओं का अध्ययन भी जरूरी है। 3, 6, 8, 12 के स्वामी ग्रहों के रत्न नहीं पहनने चाहिए। इनको शांत रखने के लिए दान-मंत्र जाप का सहारा लेना चाहिए।

रत्नों को अंगूठी या लॉकेट के रूप में निर्धारित धातु (सोना, चाँदी, ताँबा, पीतल) में पहनने चाहिए। उस ग्रह के लिए निहित वार वाले दिन शुभ घड़ी में रत्न पहना जाता है। इसके पहले रत्न को दो दिन कच्चे दूध में भिगोकर रखें। शुभ घड़ी में उस ग्रह का मंत्र जाप करके रत्न को सिद्ध करें। 

फिर इष्ट देव का स्मरण कर रत्न को धूप-दीप दें। इस विधि से रत्न धारण करने से पूर्ण फल प्राप्त होता है। 

शनि और राहु के रत्न कुंडली के सूक्ष्म निरीक्षण के बाद ही पहनना चाहिए, अन्यथा नुकसान भी हो सकता है।

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अस्वीकरण – लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। Mandnam.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले, कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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