अच्छी जमीन की पहचान, जब खरीदना हो फैक्ट्री के लिए भूखंड

अच्छी जमीन की पहचान (Acchi Jameen Ki Pehchan): वास्तुशास्त्र के मुताबिक हर जगह की सकारात्मक और नकारात्मक सूक्ष्म ऊर्जा शक्तियों का प्रभाव आसपास रहने वालों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अवश्य पड़ता है। अतः उद्योग स्थापित करने के लिए भूखंड खरीदते समय आसपास के वातावरण पर अवश्य दृष्टि डालें। क्योंकि बिजनेस की सफलता में जगह का भी प्रभाव होता है।

अच्छी जमीन की पहचान (Acchi Jameen Ki Pehchan)

अच्छी जमीन की पहचान
Acchi Jameen Ki Pehchan

उद्योग या फैक्ट्री स्थापित करते के लिए यदि भूखंड खरीदने जा रहे हैं तो वास्तु सिद्धांतों का अवश्य पालन करें। क्योंकि बिजनेस की सफलता या असफलता में भूखंड का प्रभाव होता है। 

जब खरीदना हो… फैक्ट्री के लिए भूखंड

  • यदि आप व्यापारी हैं तथा आपका गेट दक्षिण या पश्चिम राजमार्ग पर स्थित है तो यह अत्यंत शुभ माना जाता है। उद्योग या फैक्ट्री के लिए यह अत्यंत शुभ व समृद्धिदायक जगह है। 
  • फैक्ट्री परिसर वर्गाकार अथवा आयताकार होना चाहिए। उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम कोने 90 डिग्री के समानुपात में होने चाहिए। 
  • यदि आप एक ऐसा यूनिट खरीदने जा रहे हैं, जो काफी दिनों से बंद हो या बीमार, तो अपना खरीदने का विचार त्याग दें।
  • फैक्ट्री के लिए ऐसा भवन खरीदें, जो कि धनी और सुखी व्यक्ति का हो तथा वह उसे किसी अन्य कारण से बेच रहा हो। 

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  • निःसंतान, रोगी अथवा ऋणी व्यक्ति का मकान कभी न खरीदें। खंडहरनुमा, उजड़ा मकान, बंद या बीमार यूनिट यदि कम कीमत में भी उपलब्ध हो रहा हो, तब भी न लें।
  • किसी भी उद्योग अथवा फैक्ट्री के बाहर गंदा पानी भवन की संपत्ति को नष्ट करता है। इस बात का ध्यान रखें।
  • किसी भी नवीन निर्माण में पुरानी और उपयोग में लाई गई सामग्री का प्रयोग कदापि न करें। हमेशा नई लकड़ी, नवीन सामग्री का प्रयोग निर्माण में करें।
  • दक्षिण और पश्चिम की चारदीवारी पत्थर अथवा अन्य भारी पदार्थ की बनी होनी चाहिए। पूर्व और उत्तर की दीवारें कंटीले तारों की बनाई जा सकती हैं। उस पर वजन कम रखने के लिए ऐसा करने का सुझाव दिया जाता है।
  • किसी भी उद्योग भवन का ईशान कोना किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं होना चाहिए। यह खुला, उभरा हुआ हो तथा स्वच्छ होना चाहिए।

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  • फैक्ट्री या उद्योग के बाहर, मुख्य द्वार पर गंदे पानी की नाली या कीचड़ नहीं होना चाहिए। अन्यथा जिस व्यावसायिक लाभ की कामना में आप फैक्ट्री या उद्योग चला रहे हैं, निश्चित रूप से आपका नुकसान होगा।
  • उद्योग या फैक्ट्री की छत का ढलान उत्तर एवं पूर्व दिशा या ईशान दिशा में होना चाहिए। बरसात के पानी का निष्कासन ईशान, उत्तर व पूर्व दिशा में होना चाहिए। 
  • जल स्रोत उत्तर पूर्व में लगाना चाहिए। उत्तर-पूर्व में भूखंड का जमीनी स्तर नीचा रहना चाहिए।
  • बॉयलर, अग्नि और विद्युत पदार्थ दक्षिण-पूर्व कोने में रखने चाहिए। कच्चा पदार्थ, भंडार कक्ष, अवशिष्ट पदार्थ आदि दक्षिण-पश्चिम कोने में रखना चाहिए। पार्किंग उत्तर अथवा पूर्व में बनानी चाहिए।
  • मुख्य प्रवेश पूर्व अथवा उत्तर की दिशा में ही रखना चाहिए।

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अस्वीकरण – लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। Mandnam.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले, कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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