किस दिन किस देवता की पूजा करें और क्या काम करें ?
किस दिन किस देवता की पूजा करें (Kis Din Kis Devta Ki Puja Kare): कभी कभी मन में ये सवाल खड़ा हो जाता है कि आख़िर हम किस देवी देवता की आराधना किस दिन करके अपना कौन सा काम करें? जिससे कार्य भी पूर्ण हो जाये और कार्य में कोई बाधा भी न आये तो आईये इस समस्या का समाधान इस लेख के माध्यम से जानने की कोशिश करते है।
किस दिन किस देवता की पूजा करें (Kis Din Kis Devta Ki Puja Kare)
![किस दिन किस देवता की पूजा करें](https://www.mandnam.com/wp-content/uploads/2022/07/किस-दिन-किस-देवता-की-पूजा-करें.jpg)
रविवार –
प्रात: भगवान सूर्य देव की पूजा कर यह मंत्र स्मरण करें-
सूर्य पौराणिक मंत्र-
ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजोराशे जगत्पते।
अनुकंपय मां भक्त्या, गृहाणाघ्र्य दिवाकर:।।
कौन से काम करें?
किसी लंबी बीमारी का उपचार शुरू करने के लिए व गृह प्रवेश कार्य के लिए इस दिन को अच्छा माना गया है।
सोमवार –
शिव व अग्रिदेव की पूजा करना सुख-सौभाग्य बरसाता है। इसके लिए अग्रि से जुड़े कार्य, यज्ञ, हवन करना शुभ होता है। साथ ही, ये शिव पंचाक्षरी या षडाक्षरी मंत्र बोलना खुशहाली का आसान उपाय है-
पंचाक्षरी मंत्र- नम: शिवाय
षडाक्षरी मंत्र- ॐ नम: शिवाय
कौन से काम करें?
गृह निर्माण का आरम्भ, लिपाई-पुताई, आदि।
मंगलवार –
मंगलदेव, श्री हनुमान पूजा के उपाय कर ये मंत्र जरूर स्मरण करें-
मंगल पौराणिक मंत्र-
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कांति समप्रभम्। कुमारं शक्तिहस्तं च भौममावाह्यम्।
श्री हनुमान मंत्र-
हं हनुमतये नम: या फिर श्री हनुमान चालीसा का पाठ ही कर लें।
कौन से काम करें?
पदग्रहण, पराक्रम, शौर्य व शस्त्र अभ्यास से जुड़े काम।
बुधवार –
श्रीगणेश पूजा कर विघ्न व परेशानियां दूर करने के लिए श्री गणपतिअथर्वशीर्ष का पाठ करें या फिर ये मंत्र का उपाय करें –
– गं गणपतये नम:
कौन से काम करें?
सलाह-मन्त्रणा, यात्रा, कारोबार।
गुरुवार –
गुरु, बृहस्पतिदेव, दत्तात्रेय पूजा करें व इन मंत्रों का स्मरण कर यहां बताएं काम संपन्न करें-
दत्तात्रेय मंत्र-
द्रां दत्तात्रेयाय स्वाहा
गुरु मंत्र-
अखण्ड मण्डलाकारं व्याप्तं येन चराचरम्. तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्रीगुरवे नम:
कौन से काम करें?
धार्मिक व देव कार्य, वेदपाठ, नए वस्त्र व गहने पहनना या खरीदना।
शुक्रवार –
देवी व शुक्र ग्रह की पूजा के उपाय कर ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै व इस शुक्र पौराणिक मंत्र स्मरण का उपाय करें-
हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम।
कौन से काम करें?
दान, कन्यादान, स्त्री से जुड़े काम, वाहन संबंधी कार्य।
शनिवार –
शनिवार को शनि, शिव पूजा उपायों के साथ शं शनैश्चराय नम: या नम: शिवाय जैसे छोटे पर असरदार मंत्र स्मरण करें।
कौन से काम करें?
इस दिन इन दोनों देवताओं की उपासना कर गृहस्थी से जुड़े कार्य, गृहप्रवेश, गृहारम्भ, व्यवसाय।
यह भी पढ़े –