स्नान दान का महत्व, स्नान-दान से भी होती है ग्रह-शांति

स्नान दान का महत्व (Snan Daan Ka Mahatva): यूं तो शास्त्रों में ग्रह-शांति के निवारण हेतु कई विधियों की चर्चा की गई है, लेकिन इनमें से स्नान और दान क्रिया को सबसे उत्तम माना गया है। ग्रहों के अनुकूल वस्तु का दान कर आप भी कमजोर ग्रह को मजबूत बना सकते हैं। जानें स्नान दान कैसे करे  व स्नान दान का महत्व 

स्नान दान का महत्व (Snan Daan Ka Mahatva)

स्नान दान का महत्व
Snan Daan Ka Mahatva

ग्रहों की शांति के लिए यंत्र और मंत्र तो प्रभावकारी है ही, लेकिन स्नान और दान का भी विशेष महत्व है। क्योंकि नवग्रहों का शुभाशुभ प्रभाव प्रत्येक मनुष्य पर पड़ता है। इन्हीं के द्वारा मनुष्य को सुख-दुख, लाभ-हानि, सफलता-असफलता तथा ऐश्वर्या-दरिद्रता की प्राप्ति होती है। इन ग्रहों के अनुकूल होने पर शुभ और प्रतिकूल होने पर अशुभ परिणाम मिलते हैं। 

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स्नान दान कैसे करे?

प्राचीन ग्रंथों में ग्रह शांति के विविध उपाय बताए गए हैं। यहां दान और स्नान द्वारा ग्रह शांति के उपाय प्रस्तुत है –

1. सूर्य ग्रह

यदि सूर्य ग्रह के कारण आप पीड़ा भोग रहे हो, तो रविवार के दिन माणिक, गुड़, गेहूं, तांबा, केसर, खस, मैनसिल, स्वर्ण, घृत, लाल या कुसुंबी रंग के वस्त्र, बछड़े सहित लाल रंग की गाय, लाल रंग के द्रव्य, लाल कमल, लाल चंदन, साठी चावल, मूंगा तथा दक्षिणा आदि का दान करें। 

इसके अलावा मैनसिल, इलायची, देवदार, केसर, खस, मुलहठी तथा लाल रंग के पुष्प मिश्रित जल से स्नान करने पर भी सूर्य के शुभ फल प्राप्त होते हैं। 

नियमित रूप से सूर्योदय के 1 घंटे के अंदर सूर्य देव को ढाई लीटर पानी में थोड़ा-सा रोली, अक्षत, केसर, गुड़ एवं कुछ लाल फूल मिलाकर जल दें। इससे सूर्य देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। 

2. चंद्र ग्रह

यदि चंद्रमाजन्य दोषों के कारण पीड़ित हो तो सोमवार के दिन मोती, सफेद बैल या दो गाय, चावल, बांस की टोकरी, शंख, कपूर, घृत चीनी या मिश्री, दही सफेद पुष्प, सफेद वस्त्र आदि का दान करें। 

इसके अलावा पंचगव्य, हाथी का मद, सीप, शंख स्फटिक तथा श्वेत चंदन युक्त जल से स्नान करने पर भी चंद्र ग्रह की शांति हो जाती है। 

3. मंगल ग्रह

मंगल ग्रह के दोषों का निवारण करने के लिए मंगलवार के दिन मूंगा, पीले रंग की गाय या लाल रंग का बैल, स्वर्ण, लाल वस्त्र, मसूर, लाल चंदन, गुड़, घृत, केसर, कस्तूरी, गेहूं, लाल कनेर या कोई भी लाल पुष्प का दान करें। 

इसके अलावा लाल चंदन, लाल पुष्प, बेल की छाल, जटामासी, मौलसिरी, खिरैंटी, हींग, गोंदनी, मालकांगनी मिश्रित जल से स्नान करने पर भी मंगल के अशुभ प्रभाव दूर हो जाते हैं। 

4. बुध ग्रह

यदि बुध ग्रह के कारण अशुभ फल प्राप्त हो रहा हो तो बुधवार के दिन स्वर्ण, पन्ना, मूंगा, कांस्य, गजदंत,  हरे वस्त्र, शस्त्र, घृत, शक्कर, कपूर, पीले फल, पीले फूल तथा दक्षिणा का दान करें। 

इसके अलावा मोती, अक्षत, गोरोचन, शहद, स्वर्ण, जायफल, पिपरामूल तथा गाय के गोबर मिश्रित जल से स्नान करने पर भी बुध की पीड़ा दूर हो जाती है। 

5. बृहस्पति ग्रह

यदि बृहस्पति ग्रह पीड़ाजन्य हो तो बृहस्पतिवार के दिन स्वर्ण, पुखराज, कांस्य, पीला वस्त्र, घृत, शक्कर, घोड़ा, चने की दाल, हल्दी, पीले पुष्प, फल आदि व दक्षिणा का दान करें। 

इसके अतिरिक्त सफेद सरसों, गूलर, मदयंति, मुलहठी, शहद, चमेली के फूलों के मिश्रित जल से स्नान करने पर भी बृहस्पति शुभ फल देने लगता है। 

6. शुक्र ग्रह

यदि शुक्र ग्रह के कारण पीड़ित हों तो शुक्रवार के दिन श्वेत चन्दन,  श्वेत माला, श्वेत पुष्प, हीरा, रंग-बिरंगे वस्त्र, मिश्री, सुगंधित द्रव्य, दही, दूध, चावल, श्वेत अश्व, स्वर्ण, चांदी तथा दक्षिणा का दान करें। 

इसके अलावा जायफल, मैनसिल, पीपरामूल, केसर, इलायची तथा मूली के बीज मिश्रित जल से स्नान करना भी लाभदायक होता है। 

7. शनि ग्रह

यदि शनि ग्रह हानि पहुंचा रहा हो तो शनिवार के दिन नीलम, लोहा, सरसों का तेल, भैंस, काला वस्त्र, काली गाय, उड़द, काले पुष्प, स्वर्ण, कस्तूरी तथा दक्षिणा दान करें। 

इसके अलावा सौफ, खस, लोबान, सुरमा,  काले तिल, गोंद तथा शतकुसुम मिश्रित जल से स्नान करने पर भी शनि के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं। 

8. राहु ग्रह

यदि राहु ग्रह पीड़ाजन्य हो तो शनिवार के दिन गोमेद, सीसा, स्वर्ण, सरसों का तेल, तिल, कंबल, मछली, घोड़ा, तलवार, नीला वस्त्र, काले तिल, काला पुष्प, सूप तथा दक्षिणा का दान करें। 

इसके अलावा कस्तूरी, तारपीन, गजदंत, लोबान तथा नागरमोथा मिश्रित जल से स्नान करना चाहिए। 

9. केतु ग्रह

यदि केतु ग्रह का कष्टकारक हो तो मंगलवार के दिन लोहा, लहसुनिया, सप्तधन्य, शास्त्र, कम्बल, धूम्र वस्त्र, तिल, तेल, बकरा तथा दक्षिणा का दान करें। 

इसके अलावा लाल चन्दन एवं बकरी के मूत्र मिश्रित जल से नहाएं। 

इस तरह स्नान और दान कर आप अपने ग्रहों को शांत कर सकते हैं। 

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अस्वीकरण – लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। Mandnam.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले, कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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