पुष्य नक्षत्र के उपाय, पुष्य नक्षत्र में पूजें गणपति शीध्र होगी मनोकामना पूरी

पुष्य नक्षत्र के उपाय (Pushya Nakshatra Ke Upay): पुष्य नक्षत्र का अर्थ – नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को पुलिंग, क्षत्रिय एवं तामस नक्षत्र कहा गया है। इस नक्षत्र में किए जाने वाले प्रयोग अत्यंत कारगर सिद्ध होते हैं। तंत्र शास्त्रों में इस संदर्भ में अनेक प्रयोग दिए हैं जो अति कल्याणकारी हैं। 

पुष्य नक्षत्र के उपाय (Pushya Nakshatra Ke Upay)

पुष्य नक्षत्र के उपाय
Pushya Nakshatra Ne Upay

रवि पुष्य नक्षत्र के उपाय

  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में सफेद आक की जड़ लाकर उससे श्री गणेश की प्रतिमा बना लें। फिर खीर खाकर लाल कनेर के पुष्प और चंदन आदि से गणेश जी की पूजा करें। तत्पश्चात ॐ गणेशाय नमः मंत्र का 108 बार जब करें, साथ में गणेश जी को दूब चढ़ाएं। आपकी मनोकामना अवश्य पूरी हो जाएगी। 
  • पुष्य नक्षत्र में पीपल की दातुन से दांत साफ करने पर ज्वर की शिकायत दूर होती है। 
  • रवि पुष्य नक्षत्र में श्वेत आक की जड़ का पूजन करके उसका एक छोटा-सा टुकड़ा चांदी की ताबीज में भरकर गले में बांध लें। सभी प्रकार की ऊपरी बलाओं और अभीचार कर्मों का नाश हो जाएगा। 
  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में कुश का जड़ लाकर गंगाजल से शुद्ध करें। फिर उसका विधिवत पूजन करके लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें। धन में लगातार वृद्धि होती रहेगी। 
  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में कौएं का दायां नाखून ताबीज में भरकर धारण करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। 

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  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में गिलोय की जड़ लाकर उसकी माला बनाकर गले में पहने लें। सर्प का भय दूर हो जाएगा। 
  • रवि पुष्य नक्षत्र में सफेद घुंघची की जड़ लाकर बालक के गले में पहनाने से उसका अकारण रोना बंद हो जाता है। 
  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में लाजवंती का पांच पत्ता लाकर छाया में सुखा लें। फिर उसे लापता मनुष्य के कपड़े में बांधकर सुबह, दोपहर और शाम को उस पर कोड़ा लगाएं। लापता मनुष्य शीध्र ही घर वापस आ जाएगा। 
  • पुष्य नक्षत्र में मोर पंख में से उसका चंदवा काटकर अपनी जेब में रख लें तथा साक्षात्कार या नौकरी के लिए जाएं। आप अवश्य सफल होंगे। 
  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में 12 भाग तांबा, 16 भाग चांदी और 10 भाग सोने को मिक्स करवाकर अंगूठी बनवा लें। इस अंगूठी को धारण करने से भाग्य चमक उठता है। 
  • रवि पुष्य नक्षत्र में काले धतूरे की जड़ गले में धारण करने से सभी अनिष्ट दूर होते हैं। 
  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में मजीठ की गांठ को माथे पर बांधने से सिर दर्द दूर हो जाता है। 
  • रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में पुनर्नवा की जड़ को दाई भुजा पर धारण करने से इच्छित व्यक्ति का वशीकरण होता है। 

गुरु पुष्य नक्षत्र के उपाय

  • गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र में चांदी की छोटी-सी ढक्कन वाली डिबिया में नागकेसर और शहद डालकर धन स्थान पर रख दें। धन की कमी कभी नहीं होगी। 
  • गुरु पुष्य नक्षत्र में पीले रत्न को गोमूत्र से धोकर अंगूठी में धारण करने से दांपत्य जीवन सदैव सुखी रहता है। 
  • गुरुवार को पुष्य नक्षत्र में स्नानादि करके एक गांठ हल्दी को पीले रुमाल पर रखकर उस पर हल्दी द्वारा रंजीत चावल एवं सिक्का, नारियल गोला और सुपारी रख दें। अब इसे नित्य धूप-दीप दिखाएं। इस प्रयोग को करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है। 
  • पुष्य नक्षत्र में इमली की बांदा लाकर दाएं हाथ में धारण करने से कंपन रोग नष्ट हो जाता है। 
  • शुक्ल पक्ष के पुष्य नक्षत्र में स्वेत गुंजा की जड़ लाकर घर में रखने से चोरी आदि का भय नहीं होता।

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अस्वीकरण – लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। Mandnam.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले, कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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