क्रिकेट में आउट होने के नियम 10, लेकिन आज तक बल्लेबाज 9 तरह से ही हुए आउट
क्रिकेट में आउट होने के नियम (Cricket Mein Out Hone Ke Niyam): क्रिकेट आप बहुत देख रहे होंगे और क्रिकेट के रिकॉर्ड भी आपको शायद याद ही होंगे। आप क्रिकेट के बहुत बड़े प्रशंसक भी हो सकते है। और आज क्रिकेट जिस रूप में है, उसे क्रिकेट का विकसित रूप कहा जा सकता है। लेकिन क्या आप जानना चाहेंगे कि क्रिकेट के खेल का एक ऐसा कौन-सा नियम है, जिसके द्वारा आज तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी आउट नहीं हुआ है?
क्रिकेट में आउट होने के नियम (Cricket Mein Out Hone Ke Niyam)
देखा जाए तो क्रिकेट काफी पुराना खेल है, जिसकी शुरुआत 17वीं से 18वीं सदी में हुई थी। तब से अब तक क्रिकेट के कई नियम बदले, खेलने का तरीका बदला, कई तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है, साथ ही बल्लेबाज को आउट करने के नियम और तरीके भी बदले।
मौजूदा समय में किसी भी बल्लेबाज को कुल 10 तरीकों से आउट करने का प्रावधान है, जिसमें से कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाये तो सिर्फ 9 तरीकों के नियमों का ही ज्यादा इस्तेमाल किया गया है।
ICC और MCC को क्रिकेट के लिए नियम बनाने का अधिकार है और इन दोनों संस्थानों ने इन 10 आउट होने के तरीकों को मान्यता दी है।
1. Catch Out
कैच क्रिकेट के खेल में बल्लेबाजों को आउट करने का एक आसान तरीका है। आपने अक्सर बल्लेबाजों को मैच के दौरान कैच आउट होते हुए देखा होगा। जब खेल के दौरान गेंद बल्लेबाज के बल्ले से लग जाती है और जमीन पर गिरे बिना किसी क्षेत्ररक्षण करने वाले खिलाड़ी के हाथ में चली जाती है, तो उस खिलाड़ी को कैच आउट माना जाता है।
2. Bold Out
जब गेंदबाज द्वारा फेंकी गई गेंद को, बल्लेबाज भाप नहीं पाता है और गेंद सीधे विकेट पर लग जाये या बल्ले के किनारे से स्टंप से टकराती है, तो उसे (स्ट्राइक पर खेलने वाला बल्लेबाज) बोल्ड माना जाता है।
3. (LBW) Leg Before Wicket
यदि गेंदबाज गेंद को फेंकता है और बल्लेबाज उस गेंद को खेलते समय गेंद को ठीक से भाप नहीं दे पाता है और गेंद सीधे बल्लेबाज के पैड पर आ जाती है। तो उस समय अंपायर देखता है कि क्या गेंद सीधे जाकर विकेट्स पर लग रही थी।
और अगर विकेट पर गेंद लग रही थी तो उस समय एलबीडब्ल्यू आउट दिया जाता है, जिसमें शर्त यह होती है कि गेंद सीधे जाकर पैड पर लगे और उस समय बल्ले के किनारे या बल्लेबाज के दस्ताने के किनारे पर नहीं लगना चाहिए।
4. Run Out
रन आउट, रन आउट भी बल्लेबाज के आउट होने का एक सरल नियम है। जब एक बल्लेबाज गेंद को अपने बल्ले से दूर मारता है और रन लेने के लिए दौड़ता है, तो दोनों तरफ के बल्लेबाज एक तरफ से दूसरी तरफ दौड़ते हैं, इस बीच बल्लेबाज के क्रीज पर पहुंचने से पहले, अगर फील्डर या गेंदबाज गेंद को स्टंप पर मार देता है तो, वह रन आउट होता है।
5. Stumped Out
स्टंप आउट, जब गेंदबाज गेंद फेंकता है तो कई बार बल्लेबाज गेंद को हिट करने के लिए क्रीज से बाहर आ जाता है, लेकिन अगर गेंद बल्लेबाज के बल्ले से नहीं लगकर विकेटकीपर के हाथ में चली जाती है, तो विकेटकीपर गेंद को सही ढंग से पकड़ कर स्टंप की गिल्लियां, बल्लेबाज के क्रीज पर वापस आने से पहले ही गिरा दे, तो बल्लेबाज स्टंप आउट माना जाता।
6. Hit – Wicket Out
हिट विकेट, हिट विकेट क्रिकेट में बहुत ज्यादा नहीं देखा जाता है, लेकिन यदि किसी बल्लेबाज का पैर, शरीर का अंग या बल्ला शॉट लगाते समय स्टंप को छूता है और स्टंप पर रखी गई बेल गिर जाती है, तो उसे हिट विकेट-आउट माना जाता है।
7. Handle the ball
हैंडल द बॉल, हैंडल द बॉल भी मैदान पर कम ही देखने को मिलता है। इस नियम के तहत यदि कोई बल्लेबाज शॉट मारने के बाद गेंद को विकेट पर जाने से पहले हाथ के द्वारा रोकता है, तो उसे इस नियम के तहत आउट घोषित कर दिया जाता है।
8. Double Hit
डबल हिट, एक बल्लेबाज को बल्ले से केवल एक बार गेंद को हिट करने की अनुमति है। यदि बल्लेबाज एक बार गेंद को बल्ले से मारता है और जानबूझकर उसे फिर से बल्ले से मारता है, तो उसे डबल हिट के तहत आउट माना जाता है।
9. Obstructing The Field (फील्ड में बाधा)
फील्ड में बाधा, मैदान में बाधा डालने पर बल्लेबाज को आउट भी दिया जा सकता है। अगर कोई बल्लेबाज फील्डिंग करते समय किसी फील्डर को डिस्टर्ब करता है या विकेट पर आने वाली गेंद के सामने आ जाता है तो उसे फील्डिंग में बाधा डालने पर आउट कर दिया जाता है।
इस प्रकार का आउट काफी विवादों से घिरा रहता है, जिसमें बल्लेबाज कहता है कि उसने बाधा नहीं डाली और क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम उस खिलाड़ी को आउट करने की अपील करती है। लेकिन अंतिम फैसला अंपायर का होता है।
10. Timed Out
टाइम आउट, क्रिकेट में टाइम आउट आज तक नहीं देखा गया। लेकिन आईसीसी के नियमों के तहत किसी बल्लेबाज को टाइम आउट दिया जा सकता है, लेकिन क्रिकेट इतिहास में कोई भी बल्लेबाज इस तरह से आउट नहीं हुआ है।
आईसीसी के नियम के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट में एक बल्लेबाज के आउट होने के बाद तीन मिनट के अंदर दूसरे बल्लेबाज को मैदान पर आना होता है। अगर बल्लेबाज तीन मिनट के अंदर मैदान पर नहीं आता है तो उस बल्लेबाज को फील्डिंग करने वाली टीम की अपील पर आउट दिया जा सकता है।
हालांकि वनडे और टी20 में यह समय सीमा और भी कम होती है। मैच में देरी को रोकने के लिए यह नियम बनाया गया था। आपको बता दें कि आज तक किसी भी बल्लेबाज को टेस्ट, वनडे और टी20 में टाइम आउट नहीं दिया गया है। हालांकि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ऐसा छह बार हो चुका है।